Tuesday 12 November 2013

समर्थन

एक प्रयास ---------
मेरा पूरा समर्थन मुंबई की 'केम्पाकोला सोसायटी' के उन परिवारों के साथ 
उन लोगो के साथ है जिनके आवासों को बीएमसी ने अवैध करार दिया है .........................
आज तीस साल बाद निर्णय हुआ इतने समय में पीढियां बदल जाती हैं ............!! 
.........जब शहर के आकाओं की नाक के नीचे ये निर्माण चल रहा था तब किसी को सुध नहीं आई .........??
जब पानी और बिजली के कनेक्शन दिए गए तब हरी -हरी चकाचौंध में किसी को नहीं दिखा कि ये गलत है ...............!!

आज सर्वोच्च न्यायालय के आदेश के बाद तुरंत कार्यवाही करने पहुँच गए .........
.......अगर ये तत्परता और ईमानदारी निर्माण के समय दिखाई होती तो आज इन परिवारों को ये दिन ना देखना पड़ता ................!
अपने लिए ,सुबह से शाम तक इनके संविधान तक में बदलाव हो जाते हैं .......लेकिन तीस साल से किसी ये नहीं सोचा कि हमारे किये की सज़ा ये निर्दोष क्यों भुगते ...????
चलो कुछ बदलाव इस दिशा में भी किया जाए.........अब हमने गलत किया है तो सुधारा भी जाए ............. लेकिन जनता की किसे पड़ी है ...........
बिल्डर और बीएमसी की मिली भगत का खामियाजा आज 102 परिवार भुगतने जा रहे हैं ........
सच बड़ा ही दुखद और निंदनीय ..........!
.....और कडवा सच ये कि आज भी कई जगह ये सब चल रहा होगा ............कई दबंग आज भी इस तरह के निर्माण में व्यस्त होंगे ........लेकिन जिस पर ताकत दिखा सको दिखाओ ...... .....समाज का यही नियम है ............
 — feeling sad.

'पद्म' सम्मान वापस

एक प्रयास ---------लो जी ये घडी भी आ गयी जब -------------------

मुंबई काग्रेस के अध्यक्ष ने लता से 'पद्म' सम्मान वापस माँगा -------

.........................................(मोदी की तारीफ़ का खामियाजा भुगतना ही था ) 
दो प्रश्न--------

१-ये सम्मान देश की और से दिया गया या काग्रेस पार्टी की और से ....??

२-चिदम्बरम और उमर ने भी दबे शब्दों में कुछ मोदी समर्थन में बोला है तो क्या उनसे भी कुर्सी छिनी जायेगी.......... या उन्हें दण्ड स्वरुप एक टांग की कुर्सी पर बिठाया जाएगा .......???????????????

भारत का अंतरिक्ष कार्यक्रम: बैलगाड़ी से मंगल तक

एक प्रयास ---------
  • भारत का अंतरिक्ष कार्यक्रम
    भारत का अंतरिक्ष कार्यक्रम 60 के दशक में शुरू हुआ था. 
    ऐपल सैटेलाइट को 1981 में प्रक्षेपण के लिए बैलगाड़ी में ले जाया जा रहा है.
  • भारत का अंतरिक्ष कार्यक्रम
    भारत के अंतरिक्ष कार्यक्रम से कई बड़े वैज्ञानिक जुड़े रहे हैं. 
    पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम भी 
    भारत के अंतरिक्ष कार्यक्रम में योगदान दे चुके हैं.
     कलाम (बाएं) एक रॉकेट पर काम कर रहे हैं.
  • भारत का अंतरिक्ष कार्यक्रम
    सबसे पहले थुंबा को रॉकेट लॉन्चिंग सेंटर के तौर पर चुना गया था. 
    इसके पीछे वजह ये थी कि 
    धरती की भूचुंबकीय भूमध्य रेखा थुंबा से गुज़रती है.
  • भारत का अंतरिक्ष कार्यक्रम
    भारत ने पहला रॉकेट 21 नवंबर 1963 को लॉन्च किया था. 
    यानी मंगल यान से करीब 50 साल पहले. 
    ये एक नाइक-अपाचे रॉकेट था और इसे अमरीका से लिया गया था.
  • भारत का अंतरिक्ष कार्यक्रम
    भारत में बना पहला रॉकेट रोहिणी-75 था 
    जिसे 20 नवंबर 1967 को लॉन्च किया गया था.
  • भारत का अंतरिक्ष कार्यक्रम
    आर्यभट्ट भारत का पहला उपग्रह था. इसका 
    वज़न सिर्फ़ 360 किलोग्राम था 
    और इसका नाम प्राचीन भारत के खगोलविद् 
    आर्यभट्ट के नाम पर रखा गया था.
  • भारत का अंतरिक्ष कार्यक्रम
    आर्यभट्ट को संदेश इस तरह के एक एंटिना से भेजे जाते थे.
  • भारत का अंतरिक्ष कार्यक्रम
    भास्कर-1 भारत का पहला रिमोट सेंसिंग सैटेलाइट था. 
    इस उपग्रह का कैमरा जो तस्वीरें भेजता था उन्हें वन, 
    पानी और सागरों के अध्ययन में इस्तेमाल किया जाता था.
  • भारत का अंतरिक्ष कार्यक्रम
    पोलर सैटेलाइट लॉन्च व्हीकल, 
    जिसे पीएसएलवी के तौर पर जाना जाता है, 
    इसरो का पहला ऑपरेशनल लॉन्च व्हीकल है. 
    जुलाई 2013 तक पीएसएलवी ने लगातार 23 सफल उड़ानें भरी.
  • भारत का अंतरिक्ष कार्यक्रम
    इनसैट सिरीज़ के उपग्रहों ने भारत की 
    संचार सेवाओं को मज़बूत बनाने में अहम भूमिका निभाई है.
  • भारत का अंतरिक्ष कार्यक्रम
    चंद्रयान का भारत के अंतरिक्ष कार्यक्रम में अहम स्थान है. 
    चंद्रयान ने चंद्रमा की सतह पर पानी की खोज की थी.
  • भारत का अंतरिक्ष कार्यक्रम
    भारत 5 नवंबर को मंगल यान को प्रक्षेपित करेगा, 
    मंगल यान 2014 में मंगल की कक्षा में पहुंचेगा.

Friday 8 November 2013

एक प्रयास ---------दस साल में पार्टी को बदल दूंगा --राहुल गांधी 

लेकिन दस चाहिए कितनी बार ..??????????
एक प्रयास ---------प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने इटली को चेतावनी----------
....................आप की तो चेतावनी भी ऐसी है जैसे फ़रियाद कर रहे हों ..

पक्का इतालवी बोलते

एक प्रयास ---------चीनी प्रधान मंत्री चीनी भाषा में बोले और हमारे PM ENGLISH में बोले .......
अरे हिंदी ठीक से नहीं आती तो पंजाबी बोल लेते ....................

..........राज़ की बात तो ये है मन्नू भैया के बस में नही था वरना वो तो पक्का इतालवी बोलते

21 may

हौसले को सलाम ---------------
एवरेस्ट पर्वत पर पहुंचीं भारतीय पर्वतारोही अरुणिमा---------

भारतीय पर्वतारोही अरुणिमा एवरेस्ट पर पहुंच गई हैं।
अरुणिमा ने हादसे में एक पैर गंवा दिया था। आज सुबह 10.55 पर अरुणिमा एवरेस्ट पर पहुंचीं।
अरुणिमा के साथ पर्वतारोही लवराज भी एवरेस्ट पर पहुंचे हैं।
लवराज पांचवीं बार एवरेस्ट शिखर पर पहुंचे हैं।
अरुणिमा पहले ही लद्दाख में 21000 फ़ीट की ऊंचाई तय कर चुकी है।
बस अब 8000 फ़ीट और ऊंची चढ़ाई चढ़ कर वह एवरेस्ट पर जाना चाहती थीं और इतिहास बनानाचाहती थी जो आज उन्होंने बना दिया।
अरुणिमा हौसलों की उड़ान भर रही हैं।
बिना एक पांव के वह एवरेस्ट पर चढ़कर विकलांग शब्द की परिभाषा बदलना चाहती थीं।
उनके परिवार ने अरुणिमा की इस उपलब्धि पर हर्ष व्यक्त किया है।

मिल कर कहें कहानी ..........

एक प्रयास ---------भारत में एक नयी परम्परा शुरू हो गयी है जो कुर्सी पर जम गया वो जम गया |
नैतिकता तो है ही नहीं, अनेतिकता के आधार पर भी मौन ....!!!!!
और फिर मिल कर गाते हैं--------
.......................... तू मुझे बचा में तुझे बचाऊ ,मिल कर कहें कहानी ..

सोने की आशा

एक प्रयास ---------हज़ार टन सोने की आशा अब पुराने टूटे बरतन और पुराने सामान की निराशा मेँ बदल चुकी है ! 

.................एएसआई चीफ़ अब बयान बदल रहे हैँ  !!!!!

-- 'कहीँ ऐसा तो नही ख़जाना या हज़ार टन सोना ज़मीन के अंदर ही अंदर स्विस बैँक के कुछ विशेष ख़ातोँ (लाकरोँ)मेँ पहुँचाने का प्रबंध पहले ही हो चुका हो '   .....??????
एक प्रयास ---------लता अब राहुल के लिये भी कुछ बोलेँ ! वरना भारत रत्न वापस ले लिये जायेगा

चार दिन

एक प्रयास ---------चुनाव आयोग ने राहुल को चार दिन का समय दिया 

चालीस साल में सोच नहीं पाए कब मुह खोले और क्या बोले ...????
अब चार दिन में क्या होगा ............

नेहरू ने

नेहरू ने सरदार पटेल को कहा था सांप्रदायिक : आडवाणी

ओहो ...अब समझ आया दूसरों को साम्प्रदायिक कहने का सिलसिला भी विरासत में मिला है कोंग्रेस को ........

--सरदार पटेल

एक प्रयास ---------सरदार पटेल आज होते तो नरेंद्र मोदी से बहुत निराश होते : ---राजमोहन गांधी

.........और लोकतंत्र में राजवंश देख कर तो गदगद हो जाते

वीजा नीति

एक प्रयास ---------वीजा नीति में बदलाव नहीं, पर मोदी कर सकते हैं आवेदन : -----अमेरिका
.............क्यों ??
कहाँ गयी दादा गिरी ????
अब डर लग रहा है क्या कहीं २०१४ के बाद भारत प्रवेश पर प्रतिबन्ध ना लग जाए

Sunday 3 November 2013

भारत की मंगल कामनाएं हमेशा हैं इस मिशन के साथ ........

एक प्रयास ---------

भारत के मंगल मिशन के लिए उल्टी गिनती शुरू--------------
'तारों के संग चन्दा बैठा , हंस -हंस मुझे चिढाता है
रोज़ बुलाता हूँ में उसको ,अपनी अकड़ दिखाता है
एक बड़े राकेट पर चढ़ा कर, चन्द्र लोक पर जाउंगा 
छाती पर चन्दा की चढ़ा कर ,मंगल का पता लगाउंगा
खोज करूंगा मंगल ,तारा राष्ट्र ध्वजा फहराऊंगा..........
ऊँची करके राष्ट्र पताका, भारत का मान बढाउंगा...........'

ये कविता है सत्तर के दशक की
चम्पक में पढ़ी थी कभी ये कविता ,
जब हमने पढ़ी इसमें एक सन्देश , एक स्वपन होने के बावजूद
हमारे लिए इसका कोई मतलब नहीं था .............

लेकिन आज .....!!!!.

समय है इसके साकार होने का .........
चंदा के सर पर तो कब से सवार हो गए आज समय है मंगल तारे की खोज का--------


मंगल की ये यात्रा मंगलमय हो .........शुभ हो और सफल हो ......
भारत की मंगल कामनाएं हमेशा हैं इस मिशन के साथ .....................

Saturday 2 November 2013

एक संस्मरण

एक प्रयास ----


आज जब दीवाली नज़दीक आ गयी है तो  मुझे बचपन की एक घटना 

याद आ रही है

कई दिन पहले से पटाखे शुरू कर देते थे बड़ा उत्साह रहता था

धनतेरस पर बाज़ार जाना और खूब खरीदारी करना | पूजा का सामान तो

 माता पिता के लिए होता था , हमें तो झालर , कंदील या सजावट का

 सामान भाता था ...पटाखे  भी खूब लुभाते थे

नरक चौदष को विशेष सफाई अभियान चलता था और और शाम को

 पिता नरकासुर का पुतला जलाने के लिए हमारे साथ खड़े होते ..जो 


गली में ही सब बच्चों के शोर गुल के बीच जलता था


जिसे बनाने के लिए पिता का पूरा सहयोग रहता ......खूब हल्ला -गुल्ला 

मचाते दशहरे का आनंद उठाते सब बच्चे |....एक बार नरक चतुर्दर्शी  

को सफाई में लगे थे तो मेरा मौसेरा भाई जो वहीँ रहता था ...कुछ पटाखे

 हाथ  में लिए चला आया ...मैंने बीच में ही अपना काम रोका और उसके

 साथ बाहर आ गयी ....पटाखे ज़रूर चलाते थे पर कभी भी डिब्बा आदि

 उस पर नहीं रखते थे. सुतली वाले बम ३ या ४ रहे होंगे ..कुछ जमा 

नहीं मामला .........मैंने उस को पैसे दिए कहा वो थोड़े बम खरीद लाये

उसने शर्त रखी कि अगर डिब्बा ऊपर रखने दिया जाएगा तो ही लाकर 

 देगा ...जिसे मैंने मान लिया ....वो सुतली बम लाया ....हम फिर से

 बाहर आ गए और भी कई बच्चे आ कर देखने लगे .....डिब्बा तो नहीं

मिला .....एक टूटा हुआ कप रखा था ...मैंने  वही दे दिया...और सब

 बच्चो को हटाने लगी ....वो तो सब बच गए ....कप के टुकड़े जो उछले

 ...तो एक टुकडा मेरी गर्दन में आकर लगा ....एक सेकिंड के लिए

 ....सन्नाटा और अन्धेरा मुझे कुछ समझ नहीं आया 

अचानक कुछ दर्द अनुभव हुआ ...देखा गले पर कप का टुकडा झटके  

से लगा था और खून बह रहा था 


तुरंत डाक्टर के पास लेजाया गया


आठ टाँके लगे .....और डाक्टर साहब बोले ..गले के .बीच में नहीं लगा 


वरना अभी हैप्पी दीवाली हो जाती 


आज भी उस दीवाली कि देंन मेरी गरदन पर है 

बीस दिन तक बिस्तर पर ही रहना पड़ा........दीवाली का मज़ा भी मेरा 

ही नहीं सब का किरकिरा हो गया .......भाई भी अपराधी महसूस कर


 रहा था.......उस के बाद से कम और सावधानी से चलाते रहे

अब तो बड़े हो गए हैं ...मगर हमारे बच्चे हमारी जगह आ गए हैं .......

ये घटना आज याद आ गयी ....मेरा  आप सबके लिए सुझाव है 

.......जितने भी पटाखे चलायें ...सावधानी से......और...बच्चों किसी  

बड़े की अगुआई में ही चलाना.

और आप बड़े लोग भी ....बच्चों को अकेला ना छोड़े.

अगर बिलकुल ना चलायें तो बहुत ही अच्छा है


पर बच्चों के लिए शगुन होना ज़रूरी है 


लेकिन कम और सुरक्षित पटाखे चलायें


दीवाली का त्यौहार आप सब के लिए शुभ हो सुरक्षित हो 


.............शुभकामनाओं के साथ 


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