Wednesday, 28 May 2014

राष्ट्र का नमन ॥

एक प्रयास -------शायद पहली बार
काला पानी के महानायक वीर सावरकर को नमो की श्रद्धांजलि !
भारत के इस शहीद को सड़सठ साल मेँ शायद पहली बार राष्ट्र का नमन ॥
.......मेरा भी शत-शत नमन
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Monday, 26 May 2014

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एक अच्छी अनुभूति-स्वतंत्र हो गये !!!
मुक्त हुये काले अँग्रजोँ की तानाशाही से और शाम 6 बजे लग जायेगी औपचारिक मोहर
एक प्रयास ---------

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एक प्रयास ---------सलमान भी शपथ समारोह मेँ ! 
' आसमान मेँ मज़बूत माँझे के साथ उँचाई पर पहुँची पतंग'

Friday, 23 May 2014

--ज़िदगी का सार

एक प्रयास ---माँ के हाथ से लड्डू ,माँ से101 रु का शगुन और ढेर सा आशीर्वाद---- '
माँ' यही है भावी प्रधानमंत्री की व्यक्तिगत ज़िदगी का सार 

भारत के खोये रत्न

एक प्रयास ---------इतिहास मेँ गुम दो महान व्यक्तियोँ को मिलेगा उनका खोया सम्मान , 
 भारत की विदेशी सरकार ने तो एक संकुचित दायरा बना दिया था 'भारत रत्न' के लियेआज से दो और नाम इस सूची में होंगे और इस पुरूस्कार को सम्मानित करेंगे ..........
भारत रत्न 'सुभाष चन्द्र बोस' जिनके बारे में  सूचना देने की शर्त पर सत्ता हाथ में ली गयी  

और बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय  के संस्थापक 'महामना मदन मोहन मालवीय' 
जिन्हें भारत की विदेशी सरकार ने हमेशा हाशिये पर रखा .........
और ना जाने ऐसी ही कितनी शख्सियत हैं जो इतिहास के पन्नो में खो गयी हैं ......
चमक खो चुके भारत के खोये रत्न आज फिर से चमक उठे हैँ ।  
अभी तो ये शुभारम्भ आगे एक लम्बी सी सूची है ।

Tuesday, 20 May 2014

ऐतिहासिक पल ----शुभकामनायें ..........

एक प्रयास ---------

किसके सजदे में झुक गए मोदी...

नरेंद्र मोदी भाजपा संसदीय दल के नेता बने

  • नरेंद्र मोदी
    लोकसभा चुनाव में मिली ज़बरदस्त कामयाबी के 
  • बाद मंगलवार को भाजपा सांसदों ने 
  • नरेंद्र मोदी को संसद के केंद्रीय कक्ष में हुई बैठक में 
  • संसदीय दल का नेता चुना.
  • नरेंद्र मोदी
    संसद भवन की सीढ़ियों पर नरेंद्र मोदी ने 
  • संसद भवन को झुककर प्रणाम किया.
  • नरेंद्र मोदी
    इसके बाद वह संसद भवन की ओर आगे बढ़ गए.
  • नरेंद्र मोदी
    इस मौके पर मीडिया का भारी जमावड़ा था. संसद भवन में 
  • नरेंद्र मोदी का गुलदस्ता देकर स्वागत किया गया. 
  • वह 26 मई की शाम भारत के प्रधानमंत्री पद की शपथ लेंगे.
  • राजनाथ सिंह
    संसद भवन में पहुंचते हुए भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष
  •  राजनाथ सिंह. उन्होंने लखनऊ लोकसभा सीट से जीत हासिल की.
  • हेमा मालिनी, भाजपा सांसद
    नरेंद्र मोदी को भाजपा संसदीय दल का नेता चुनने के मौके पर 
  • उत्तर प्रदेश की मथुरा सीट से भाजपा की नवनिर्वाचित 
  • सांसद हेमा मालिनी विजय का प्रतीक बनाते हुए.
  • लाल कृष्ण आडवाणी, वरिष्ठ भाजपा नेता
    भाजपा के पूर्व अध्यक्ष और वरिष्ठ नेता लाल कृष्ण 
  • आडवाणी ने इस लम्हे को ऐतिहासिक और भावुक करने वाला बताया. 
  • उन्होंने नरेंद्र मोदी के नाम का प्रस्ताव करते समय कहा कि
  •  भावुक होना उनकी एक कमज़ोरी है
  • . ख़ुशी और ग़म के लम्हों में उनकी आँखों में आँसू आ जाते हैं.
  • जनरल वीके सिंह
    भारतीय सेना के पूर्व प्रमुख और उत्तर प्रदेश की 
  • गाज़ियाबाद सीट से नवनिर्वाचित 
  • भाजपा सांसद जनरल वीके सिंह संसद भवन में प्रवेश करते हुए.
  • विनोद खन्ना और शत्रुघ्न सिन्हा
    इस मौके पर भाजपा के नवनिर्वाचित सांसद और बॉलीवुड अभिनेता 
  • विनोद खन्ना और शत्रुघ्न सिन्हा मुस्कुराकर गले मिलते नज़र आए.
  • वरुण गांधी
    नरेंद्र मोदी को भाजपा संसदीय दल का नेता चुनने के मौके पर
  •  संसद भवन की तरफ़ जाते भाजपा के नवनिर्वाचित सांसद वरुण गांधी.
  • उमा भारती
    मध्य प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा
  •  की वरिष्ठ नेता उमा भारती संसद भवन के केंद्रीय कक्ष की ओर जाते हुए.
  • सुषमा स्वराज
    भाजपा की वरिष्ठ नेता सुषमा स्वराज का 
  • संसद भवन में गुलदस्ता देकर स्वागत किया गया.
  • परेश रावल भाजपा नेता
    इस बार के चुनावों में अभिनेता परेश रावल भी गुजरात से 
  • भाजपा के टिकट पर चुनाव जीत कर संसद में पहुंचे हैं. 
  • वह इस मौके विजय का प्रतीक बनाते हुए दिखे.
  • अमित शाह, लोकसभा चुनावों में उत्तर प्रदेश के प्रभारी
    उत्तर प्रदेश में भाजपा की शानदार जीत के पीछे 
  • अमित शाह की बड़ी भूमिका मानी जाती है.
  •  नरेंद्र मोदी को भाजपा का संसदीय दल का 
  • नेता चुनने के मौके पर वह भी संसद में मौजूद रहे.

एतिहासिक क्षण --

एक प्रयास -------
लगा मंदिर ही है लोगो की बदलती और ख़त्म होती आस्था ने अर्थ बदल दिया इस मंदिर का !!!
संसद में जाने से पहले संसद को दंडवत प्रणाम ............
मुझे बेहद भावुक कर गया मोदी जी का ये कृत्य.........
हमारी शुभकामनायें इस पूरे दल के साथ हैं ......जय हिन्द ...जय भारत


Monday, 19 May 2014

रुबिक क्यूब' --चालीस साल पूरे हुए इस खिलौने को ..

एक प्रयास --------

जब सबसे पहले इसका नाम सुना और इसके बारे में धर्मयुग में पढ़ा तो बचपन में ये एक सपना सा लगता था ......
नया-नया खिलौना सामने आया था रूडकी जैसे शहर में मिलना भी मुश्किल हो गया था .....
..फिर एक दिन पिताजी ले आये और हमने बड़ी मुश्किल से एक रंग लगाना सीखा |..
..इसके बाद समस्या सभी रंगों को लगाने की रही ...
.जो एक मुश्किल काम रहा सभी के लिए
लेकिन इसके बाद भी अक्सर इसके रिकार्ड सामने आते रहते थे ........
मुंबई में बच्चों ने इतने समय में हल किया ,
उस जगह इतने समय में .......वहां इतना रिकार्ड बना 
......आदि -आदि
आज समस्या हल करने की नहीं रही .........
अब कौन कितना कम समय लेगा इसे हल करने में बात ये है ..!!!

रयूबिक क्यूब का अविष्कार हंगरी के आर्किटेक्ट आर्नो रयूबिक ने 1974 में किया.
ऐसा माना जाता है कि अब तक 40 करोड़ रयूबिक क्यूब बिक चुके हैं.
सबसे तेज़ी से रयूबिक क्यूब हल करने का रिकॉर्ड 7.08 सैंकड है.
ये रिकॉर्ड एरिक एकर्सडिज्क के नाम है.


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Saturday, 17 May 2014

१६ मई 2014

एक प्रयास ---------१-पहली बार किसी ने की अध्यात्म और अपमानित शहीदोँ की बात 


२-अभी मित्र 'कुँवर दुर्गेश' की पोस्ट पढ़ी कि 'आज़ाद भारत मेँ जन्मे पहले प्रधानमंत्री मोदी' ! 
मुझे तो लगता है आगामी पीढ़ी के लिये भारत की आज़ादी का दिन 16 मई 2014 ही घोषित न हो जाये ।

३-दशाश्व मेघ घाट पर भव्य दृश्य , पहले कभी इस तरह के दृश्य देखने को नही मिले ।
गंगा माँ को भी लग रहा होगा अच्छा दिन है । सच मेँ अच्छा आरंभ 

४-थोड़े बड़े दिल से अगर बधाई दे देते तो भारत के एक एतिहासिक क्षण के सहभागी बन जाते  लालूजी ! 
आपकी मर्जी ।

Friday, 16 May 2014

हार्दिक बधाई ..

एक प्रयास ---------अरे क्या था ये हवा ,आंधी , प्रचंड वेग से आया तूफ़ान .........??
आस-पास से सब उड़ गए ........
सभी भारत वासियों को हार्दिक बधाई .......हर राष्ट्रवादी को बधाई ......
जो वंचित रह गए थे १९४७ की खुली हवा के प्रथम अनुभव से आज अवसर है उन सब के लिए ...
हम सब के लिए ....खुल कर सांस लें और अनुभव करें सचमुच की आज़ादी .......
..................जय हिन्द .......जय भारत ..............वन्दे मातरम .............

Thursday, 15 May 2014

ज़ायके के ज़रिए अमन का पैग़ाम

एक प्रयास -----
  • सरहद रेस्त्रां
    भारत और पाकिस्तान सीमा से सिर्फ़ 1.5 किलोमीटर की दूरी पर है '
  • सरहद' रेस्टोरेंट जो 'इस पार' और 'उस पार' की साझा पंजाबी 
  • तहज़ीब की जीती जागती धरोहर के रूप में खड़ा है. 
  • सरहद रेस्त्रां
    कमाल की बात यह है कि 
  • 'सरहद' रेस्टोरेंट अमृतसर से 28 किलोमीटर की दूरी पर है 
  • जबकि ये लाहौर से ज़्यादा क़रीब है. 
  • लाहौर से सरहद रेस्टोरेंट की दूरी 22 किलोमीटर है.
  • सरहद रेस्त्रां
    इस रेस्टोरेंट की ख़ास बात ये है कि 
  • इसका नक्शा और वास्तुकला पाकिस्तान के
  •  पंजाब प्रांत के लाहौर की जामा मस्जिद जैसी है, 
  • जबकि इसके फ़र्श में जिन टाइलों का इस्तेमाल किया गया है 
  • वो अमृतसर के स्वर्ण मंदिर में इस्तेमाल की गईं टाइलों जैसी है.
  • सरहद रेस्त्रां
    साज सज्जा में एक और ख़ास बात है. 
  • यहां बावर्चीखाने की दीवारों पर पकिस्तान की 'ट्रक हस्तकला' का इस्तेमाल किया गया है. 
  • लाहौर के रहने वाले नामी कलाकार हैदर अली ने ख़ुद यहां आकर इन्हें बनाया है.
  • सरहद रेस्त्रां
    'सरहद' रेस्टोरेंट के मालिक अमन जसपाल का कहना है कि 
  • उनका उद्देश्य दोनों तरफ़ की पंजाबियत को प्रोत्साहित करना है.
  • सरहद रेस्त्रां
    विभाजन से पहले पूरा पंजाब एक हुआ करता था. 
  • और 'सरहद' में विभाजन के पहले के अख़बार भी लगाए गए हैं
  •  जिससे अविभाजित भारत के इस इलाक़े के बारे में महत्वपूर्ण ख़बरें पढ़ने को मिलती हैं.
  • सरहद रेस्त्रां
    इस रेस्टोरेंट में बनने वाले व्यंजन भी बिलकुल अलग हैं. 
  • यहां पर 'लाहोरिया' व्यंजन या फिर पकिस्तान के
  •  पंजाब के व्यंजन काफ़ी लोकप्रिय हैं. 
  • इन व्यंजनों में इस्तेमाल होने वाले मसाले भी लाहौर से ही मंगाए जाते हैं.
  • सरहद रेस्त्रां
    'सरहद' रेस्टोरेंट, दोनों तरफ़ के पंजाब के पारंपरिक
  •  पकवानों का एक ऐसा ठिकाना बन गया है 
  • जहां अब दूर दूर से लोग आने लगे हैं.
  • सरहद रेस्त्रां
    खाने के अलावा पाकिस्तानी फ़ैशन
  •  डिजाइनरों के तैयार किए गए कपड़ों को भी यहाँ रखा गया है.
  • सरहद रेस्त्रां
    रेस्टोरेंट के मालिक अमन का कहना कि सरहद रेस्टोरेंट को 
  • वो सिर्फ़ एक ढाबा नहीं बल्कि 'अमन का एक संग्रहालय' बनाना चाहते हैं.
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Saturday, 10 May 2014

१०मई -१८५७ का भारतीय विद्रोह,

एक प्रयास ---------१८५७ का भारतीय विद्रोह, जिसे प्रथम भारतीय स्वतंत्रता संग्राम
सिपाही विद्रोह और भारतीय विद्रोह के नाम से भी जाना जाता है 
ब्रितानी शासन के विरुद्ध एक सशस्त्र विद्रोह था। 
यह विद्रोह दो वर्षों तक भारत के विभिन्न क्षेत्रों में चला। 
इस विद्रोह का आरंभ छावनी क्षेत्रों में छोटी झड़पों तथा आगजनी से हुआ था 
परन्तु जनवरी मास तक इसने एक बड़ा रुप ले लिया। 
विद्रोह का अन्त भारत में ईस्ट इंडिया कम्पनी के शासन की समाप्ति के साथ हुआ, 
और पूरे भारत पर ब्रितानी ताज का प्रत्यक्ष शासन आरंभ हो गया जो अगले ९० वर्षों तक चला।

१८५७ का प्रथम भारतीय स्वतंत्रता संग्राम-10 मई

एक प्रयास ---------1857-59' के दौरान हुये भारतीय विद्रोह के प्रमुख केन्द्रों: 
मेरठदिल्ली,कानपुर , लखनऊझाँसी, और ग्वालियर को दर्शाता सन 1912 का नक्शा।

Tuesday, 6 May 2014

दोष सिर्फ दिल के काले गोरों को ही नहीं दे सकते .....जब नाम ही दर्ज नहीं था तो ?????

एक प्रयास -----#भगत सिंह पर खुलासा, बिना FIR दी थी फांसी---
दोष सिर्फ दिल के काले गोरों को ही नहीं दे सकते ..............
जब नाम ही दर्ज नहीं था तो ?????

शहीद-ए-आजम भगत सिंह को फांसी दिए जाने के 83 साल बाद एक बड़ा खुलासा सामने आया है। 
ब्रिटिश पुलिस अफसर जॉन सैंडर्स की हत्या के मामले में 
पाकिस्तान के लाहौर में दर्ज एफआईआर में भगत सिंह का नाम नहीं था।

भगत सिंह को सैंडर्स की हत्या के आरोप में महज 23 साल की उम्र में मार्च 1931 में सजा-ए-मौत दी गई थी।

पाकिस्तान में भगत सिंह मेमोरियल फाउंडेशन के अध्यक्ष इम्तियाज कुरैशी न
 सैंडर्स की हत्या के मामले में दर्ज एफआईआर की कॉपी हासिल की है।

ऊर्दू में लिखी एफआईआर 17 दिसंबर 1928 को 
शाम साढ़े चार बजे लाहौर के अनारकली थाने में दर्ज कराई गई थी,

जिसमें 2 अज्ञात लोगों पर सैंडर्स की हत्या का आरोप लगाया गया।

शिकायतकर्ता इसी थाने का एक अधिकारी था और मामले का चश्मदीद भी था।

उसके मुताबिक जिस शख्स का उसने पीछा किया वो पांच फुट पांच इंच लंबा था, 
हिंदू चेहरा, छोटी मूंछें और दुबली पतली और मजबूत काया थी।

वह सफेद रंग का पायजामा और भूरे रंग की कमीज और काले रंग की छोटी क्रिस्टी जैसी टोपी पहने हुए था।

मामला भारतीय दंड संहिता की धारा 302, 120 और 109 के तहत दर्ज किया गया था।