Saturday, 1 November 2014

'शोभना सम्मान २०१३'

एक प्रयास ---------श्री प्रेमजनमेजयजी एवम् श्रीमती शोभना जी द्वारा गौरवांवित--
श्री प्रेमजनमेजयजी एवम् श्रीमती शोभना जी द्वारा गौरवांवित----  

मित्रों कल ३०-१०-१३ को गांधी शान्ति परिसर दिल्ली में 'शोभना सम्मान २०१३' संपन्न हुआ |
एक शानदार आयोजन था |
साहित्य संसार के बड़े-बड़े दिग्गज़,कई वरिष्ठ साहित्यकार,कई पत्रों के सम्पादक महोदय ,लेखक महोदय , ब्लॉग की दुनिया के कई महारथी थे , आभासी संसार के बहुत से मित्रोँ से मिलने का सुख़द अनुभव हुआ 
हर क्षेत्र के महारथी उपस्थित थे | 
भिन्न -भिन्न प्रान्त से बहुत से मित्रगण आये ,
लगा जैसे गांन्धी शान्ति परिसर में भारत के विभिन्न प्रान्त समा गये । 
एक सुखद अनुभव था
सुमित प्रताप जी अपने परिचित हलके -फुल्के अंदाज़ में तडका लगाते नज़र आये 
स्कूल-कालेज़ में कई बार उत्साह वर्धन हुआ लेकिन सार्वजानिक रूप से कई क्षेत्रोँ के दिग्गजों के साथ यूँ खडा होना पहला अनुभव रहा और इसका श्रेय सुमित भाई की संस्था को देना चाहूंगी
जिन्होंने सम्मानित कर  उत्साह बढाया |
कभी सोचा नहीं था जीवन में ऐसा भी अवसर आयेगा 
लेकिन ईश्वर की कृपा के साथ माता-पिता का आशीर्वाद :)
वो इस दुनिया में नहीं पर उनका आशीर्वाद हमेशा साथ है 
जलपान से प्रारंम्भ हुआ कार्यक्रम कई पड़ाव पार कर रात्री भोज के साथ सम्पन्न हुआ 
हर पड़ाव बेहद विशेष रहा |
शोभना संस्थान के लिए मेरी अशेष शुभकामनाएं हैं ये संस्था 
यूँही अपने लक्ष्य की और बढती रहे ,नयी-नयी प्रतिभाओं को आगे लाती रहें 
आपका हर कार्यक्रम सफल रहे |
आप को और आपकी संस्था को मेरी ढेरों शुभकामनाएं सुमित भाई .................

मित्रों कल ३०-१०-१३ को गांधी शान्ति परिसर दिल्ली में 'शोभना सम्मान २०१३' संपन्न हुआ |
एक शानदार आयोजन था |
साहित्य संसार के बड़े-बड़े दिग्गज़,कई वरिष्ठ साहित्यकार,कई पत्रों के सम्पादक महोदय ,लेखक महोदय , 
ब्लॉग की दुनिया के कई महारथी थे , आभासी संसार के बहुत से मित्रोँ से मिलने का सुख़द अनुभव हुआ 
हर क्षेत्र के महारथी उपस्थित थे |
श्री प्रेम जनमेयजी---










भिन्न -भिन्न प्रान्त से बहुत से मित्रगण आये ,
लगा जैसे गांन्धी शान्ति परिसर में भारत के विभिन्न प्रान्त समा गये ।
एक सुखद अनुभव था
श्री ज्योति खरे जी और श्री मती रेनू जी ----
श्री मती शोभना जी और सरिता भाटिया जी ----
सुमित प्रताप जी अपने परिचित हलके -फुल्के अंदाज़ में तडका लगाते नज़र आये 










स्कूल-कालेज़ में कई बार उत्साह वर्धन हुआ लेकिन सार्वजानिक रूप से कई क्षेत्रोँ के दिग्गजों के साथ यूँ खडा होना पहला अनुभव रहा और इसका श्रेय सुमित भाई की संस्था को देना चाहूंगी
जिन्होंने सम्मानित कर उत्साह बढाया |

कभी सोचा नहीं था जीवन में ऐसा भी अवसर आयेगा
लेकिन ईश्वर की कृपा के साथ माता-पिता का आशीर्वाद 
वो इस दुनिया में नहीं पर उनका आशीर्वाद हमेशा साथ है 



श्री ललित जी के साथ ---

जलपान से प्रारंम्भ हुआ कार्यक्रम कई पड़ाव पार कर रात्री भोज के साथ सम्पन्न हुआ
हर पड़ाव बेहद विशेष रहा |
समूह चित्र ---------











शोभना संस्थान के लिए मेरी अशेष शुभकामनाएं हैं ये संस्था
यूँही अपने लक्ष्य की और बढती रहे ,


अंजू जी और सुमित प्रताप सिंह

नयी-नयी प्रतिभाओं को आगे लाती रहें
आपका हर कार्यक्रम सफल रहे |

आप को और आपकी संस्था को मेरी ढेरों शुभकामनाएं सुमित भाई ..............

8 comments:

  1. बहुत सुन्दर प्रस्तुति।
    --
    आपकी इस प्रविष्टि् की चर्चा कल रविवार (02-11-2014) को "प्रेम और समर्पण - मोदी के बदले नवाज" (चर्चा मंच-1785) पर भी होगी।
    --
    चर्चा मंच के सभी पाठकों को
    हार्दिक शुभकामनाओं के साथ।
    सादर...!
    डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'

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    1. सादर आभार शास्त्री जी

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  2. हार्दिक बधाई!

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    1. हार्दिक धन्यवाद आपका

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  3. बहुत सार्थक पहल...
    बहुत बहुत हार्दिक बधाई!

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    1. हार्दिक धन्यवाद आपका

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  4. Bahut hardik badhayi aapko ...

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    1. हार्दिक धन्यवाद आपका

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