Thursday 24 July 2014

खिलाड़ियोँ का किया अपमान,

एक प्रयास ---------'चीन ने उछाली भारतीय पगड़ी'  खिलाड़ियोँ का किया अपमान, 
अभी तक भारतीय ज़मीन पर रेँगने वाला चीन औकात भूल गया 
एक प्रयास ---------थकान और उत्साह के साथ गंतव्य की ओर बढ़ते काँवरियोँ के कदम , बम-बम भोले  
एक प्रयास ---------तेलंगाना की ब्राँड एम्बैसडर 'सानिया' बनी और एक बार फिर विवाद ! 
थोड़ा बड़प्पन दिखायेँ सानिया और नवनिर्मित राज्य की आर्थिक स्थिति देखते हुये एक करोड़ का चैक वापस कर देना चाहिये । मेरे ख़्याल से विरोध के स्वर भी आर्थिक कारणोँ से उठे हैँ , 
शब्द कुछ भी हो विरोध का कारण यही है । 
अमित जी इस निशुल्क सेवा का अच्छा उदाहरण हैँ । 
वैसे सभी चैनल समर्थकोँ के साथ अखाड़े मेँ जमे हैँ 

'गोरोँ की आधीनता आज भी खेलोँ के रुप मेँ' -

एक प्रयास ---------
एक बार फ़िर राष्ट्रमंडल ख़ेल शुरु महारानी ने गर्व से की घोषणा --
 'गोरोँ की आधीनता आज भी खेलोँ के रुप मेँ' ----:( क्योँ नही छोड़ देते सदस्यता भई ! 
अब तो अनुबंध की समय-सीमा भी समाप्त हो गयी  
नई सरकार से अनुरोध है कोई कूटनितिक कदम इस ओर भी उठायेँ ।

Sunday 20 July 2014

अपने घर जाओ भाई

एक प्रयास ---------
भैया काहे दूसरों के मामले में टांग अड़ा रहे अपने घर जाओ , हमारा मामला हम देख लेँगे....

..."कश्मीर मुद्दा कोई अंतरराष्ट्रीय मुद्दा नहीं है."

जिस बात के लिए पटेल कभी तैयार नहीं थे लेकिन रोकने के लिए कोई कदम नहीं उठा पाए !!ना कोई सुनने वाला था , ना ही मानने वाला , लाचार थे कुछ नहीं कर पाए ...........
आज सालों बाद मोदी जी ने वही काबिले तारीफ़ कदम उठा लिया ..........

'संयुक्त राष्ट्र के सैन्य मिशन के दफ़्तर को खाली करने को कहा गया है, 
जो दिल्ली में पुराने क़िले के पास एक इमारत में 1949 से भारत में चल रहा है.
संयुक्त राष्ट्र के अधिकारी ख़ामोशी से दिल्ली के सरकारी बंगले में अपना सामान समेट रहे हैं''
नई सरकार का फ़ैसला है, जो एक सख्त संदेश देना चाहती है कि-
"कश्मीर मुद्दा कोई अंतरराष्ट्रीय मुद्दा नहीं है."

ब्रिक्स में भी जय हिँद

एक प्रयास ------
ब्रिक्स सम्मेलन तो पहले भी हुये पर उसकी ईटेँ भारत मेँ पहले कभी इतनी मुख़रता से नही बोली ! जय हिँद , जय भारत ।
 भारत सहित ब्रिक्स के पांचो प्रमुख विकासशील देशों ने बराबर की हिस्सेदारी के साथ 100 अरब डॉलर की शुरूआती अधिकृत पूंजी के साथ नये विकास बैंक की स्थापना का फैसला किया गया।



बैंक की शुरूआती अधिकृत पूंजी 100 अरब डॉलर होगी। 
शुरूआत में पांचो सदस्य कुल 50 अरब डॉलर की पूंजी का अंशदान करेंगे। 
इसमें संस्थापक सदस्यों की बराबर बराबर हिस्सेदारी होगी।
  
हालांकि, बैंक का मुख्यालय चीन में शंघाई में होगा। 
भारत चाहता है कि यह नयी दिल्ली में हो। 
बैंक का प्रथम अध्यक्ष भारत होगा....................