एक प्रयास ---------शहीद भगत सिंह, राजगुरु और सुखदेव के अंतिम संस्कार का दुर्लभ चित्र....!!!
इतिहासकार बताते हैं कि फाँसी को लेकर जनता में बढ़ते रोष को ध्यान
इतिहासकार बताते हैं कि फाँसी को लेकर जनता में बढ़ते रोष को ध्यान
में रखते हुए अंग्रेज़ अधिकारियों ने तीनों क्रांतिकारियों के शवों का अंतिम संस्कार फ़िरोज़पुर ज़िले के हुसैनीवाला में कर दिया थाl
परन्तु यह बात आँधी की तरह फिरोजपुर से लाहौर तक शीघ्र पहुँच गई ।
अंग्रेज फौजियों ने जब देखा कि हजारों लोग मशालें लिए उनकी ओर आ रहे हैं तो वे वहाँ से भाग गए।
तब देशभक्तों ने उनके शरीर का विधिवत् दाह संस्कार किया।
तब देशभक्तों ने उनके शरीर का विधिवत् दाह संस्कार किया।
बहुत सुन्दर प्रस्तुति।
ReplyDelete--
आपकी इस प्रविष्टि् की चर्चा आज सोमवार (24-03-2014) को लेख़न की अलग अलग विधाएँ (चर्चामंच-1561) में "अद्यतन लिंक" पर भी है!
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सूचना देने का उद्देश्य है कि यदि किसी रचनाकार की प्रविष्टि का लिंक किसी स्थान पर लगाया जाये तो उसकी सूचना देना व्यवस्थापक का नैतिक कर्तव्य होता है।
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शहीदों को नमन के साथ।
सादर...!
डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'
सादर आभार :)
Deleteवतन पे नर मिटने वालों को नमन है ...
ReplyDeleteनमन
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