Thursday, 13 February 2014

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एक प्रयास ---------निष्कृष्टता के स्तर पर जाकर भी बहुत सोचा तब भी कोई शब्द याद नही आया  
संसद के अतिविशिष्ट अभद्र जनोँ के लिये huh

1 comment:

  1. ab baaki bhi kya raha hai ...unka jikr hi apne aap me hi .......hai ...!! huhn

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