Saturday, 5 June 2021

थ्येन ऑन मन चौक

सारे विश्व को अदृश्य कीटाणु से मार डालने का प्रयास 
चीन की पहली क्रूरता नही है

एक मुख्य घटना अत्यंत निंदनीय है
  जून 1989 में चीन ने अपने ही हज़ारों युवाओं को टैंको से कुचलवा दिया था
बीजिंग के थ्येन ऑन मन चौक पर ये युवा निरंकुश तानाशाह सरकार से देश में लोकतंत्र की मांग कर रहे थे
तब वहाँ की कम्युनिस्ट सरकार ने उन पर टैंक चढ़वा दिए थे 😰
प्रतिबंधित समाचार एजेंसी इतना ही चीं-चीं कर पायीं जितनी उन्हें आज्ञा मिली
करीब दस हज़ार छात्रों ने दम तोड़ दिया था😥😥
उन हज़ारों मृतकों को विनम्र श्रद्धान्जलि 🙏🏼🙏🏼

आज भी चीन में इस विषय पर खुल के बात नही कर सकते
सोचिए उन माता-पिता की विषय में 😢😢

अति महत्वाकांक्षा के चलते देश के भविष्य को समाप्त कर देने वाली क्रूर, निर्दयी, निरंकुश तानाशाही सोच क्या कर सकती है , हम भावनाओ से जुड़े देशवासी कल्पना भी नही कर सकते😡😡

भारत में लोकतंत्र की कथित हत्या पर चीख-चीख कर  रोने वाले, हमारे देश के चीन प्रेमी उस तानाशाह सरकार के चांदी के जूते खा-खा कर दुम हिलाते रहते हैं

अब ये लालची देश के कितने हितैषी होंगे या रहे होंगे
विचारणीय है

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