बाबा रामदेव जी ने मेडिकल साइंस के लिए जो भी कहा , वो गलत था या नही उन्होंने अपना वक्तव्य वापस ले लिया , फिर भी डॉक्टर्स टूट कर पड़े हैं आजतक पर
चलो ठीक है भड़ास निकालना तो बनता है
उन्होंने कहा तो सही ही था क्यों कि प्रत्येक दवा अपना साइड इफेक्ट छोड़ कर जाती है , एक बीमारी सही हो जाती है तो कहीं न कहीं अपना दुष्प्रभाव छोड़ कर जाती है
ये भी सही है कि आज लोगों की ज़िंदगी मेडिकल साइंस पर ही निर्भर है
हाँ उनका समय सही नही था, आज की स्थिति में कहना सबसे गलत रहा
इससे डॉक्टर और पीड़ित दोनो पर गलत प्रभाव पड़ेगा
मनोबल टूटेगा
जो नही होना चाहिए
परन्तु आज की चिकित्सा की जड़ में आयुर्वेद ही है
हमारे ऋषि- मुनि ,जड़ी-बूटी से ही बड़ी-बड़ी व्याधि सही कर देते थे, शल्य चिकित्सा हमारे ऋषियों की ही देन है
गोबर और गौमूत्र पर प्रश्न चिन्ह लगाने वाले तो इसे समझ ही नही सकते
कहना बेकार है
यदि समय रहते इन एलोपैथी दवाओं को आयुर्वेद के सर पर सवार न कर आयुर्वेद को आगे बढाया होता तो शायद जड़ी-बूटी ही सिर मौर होतीं
हाँ आज समय की मांग है मेडिकल साइंस,
इस समय तो उसी पर निर्भर हैं और सबका विश्वास इसी पर है तो जीवनदायिनी वही है
अगर रामदेव ने कुछ कहा तो डॉक्टर्स भी कोरोनिल को अवैध ही कह रहे हैं
क्या ये सही है ?
आज पतंजलि के अनिल जी की मृत्यु पर कटाक्ष हो रहे हैं तो भाई कोरोना ने तो बिना भेद-भाव सब पर कहर ढाया है
न मेडिकल विभाग देखा, न आयुर्वेद , न गरीब , न अमीर
😥😥😥😥
लेकिन एक बात सच है कि शीघ्र सही होने के लिए मेडिकल साइंस चाहिए तो जड़ से खात्मे के लिए योग और आयुर्वेद की महत्ता को भी समझना चाहिए
रही बात व्यापारी की ,तो क्या गलत है अगर वो व्यापारी हैं , व्यापारी होना कुछ गलत नही
चोरी और काला बाज़ारी से तो अच्छा ही है
समय-समय पर देश के लिए खड़े भी रहते हैं
थोड़े बड़ बोले हैं लेकिन मेरा पूरा समर्थन रामदेव जी के साथ है,
#पतंजलि
#रामदेव
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