एक प्रयास ---------मित्र कोई बहुत पास , मित्रता बहुत सुंदर भाव ।
जीवन के कई कदम ,कई राह , कई पड़ाव और कई नही अनेकोँ मित्र !
कुछ अच्छे , कुछ सच्चे , कुछ बहुत ही विशेष !
बचपन मेँ कुछ मिले और बिछुड़ गये जिनके बस नाम और धुँधली यादोँ मेँ कुट्टा-अब्बा सहित साथ बिताये पल हैँ पास ।
कुछ संजो गये अतीत मे सुनहरी यादेँ जो हैँ आज भी साथ ।
वर्तमान मेँ बहुत सारे मित्र आभासी संसार से लेकर वास्तविकता तक यहीँ हैँ आस-पास
समय चक्र घूमते हुये अपने अनुसार परिभाषित कर देता है नये कलेवर , नये रंग-रुप मेँ लेकिन मूल भाव तो वही है -
जीवन के कई कदम ,कई राह , कई पड़ाव और कई नही अनेकोँ मित्र !
कुछ अच्छे , कुछ सच्चे , कुछ बहुत ही विशेष !
बचपन मेँ कुछ मिले और बिछुड़ गये जिनके बस नाम और धुँधली यादोँ मेँ कुट्टा-अब्बा सहित साथ बिताये पल हैँ पास ।
कुछ संजो गये अतीत मे सुनहरी यादेँ जो हैँ आज भी साथ ।
वर्तमान मेँ बहुत सारे मित्र आभासी संसार से लेकर वास्तविकता तक यहीँ हैँ आस-पास
समय चक्र घूमते हुये अपने अनुसार परिभाषित कर देता है नये कलेवर , नये रंग-रुप मेँ लेकिन मूल भाव तो वही है -
मित्रता का , दोस्ती का अपनत्व का
सभी मित्रोँ को शुभकामनायेँ
सभी मित्रोँ को शुभकामनायेँ
बचपन के तो सभी मित्र याद हैं पर चेहरे भूल गयी हूँ सखी .......अगर वो सब सामने भी आ जाएं तो पहचान न पाऊंगी मै ....वो लंगड़ी, कबड्डी, ओल्हापाती .............क्या दिन थे वो भी ...........
ReplyDeleteसच कहा आपने .बहुत प्यारी धुंधली यादें है .........
Deleteमित्रता दिवस की ढेरों शुभकामनाएँ सखी .....आप सब सखियों से ही गुलजार है मन
ReplyDeleteशुक्रिया सखी मन की व्यथा समझने के लिए ....................हम सब साथ -साथ हैं ................:)
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