Sunday 3 August 2014

मित्रता बहुत सुंदर भाव

एक प्रयास ---------मित्र कोई बहुत पास , मित्रता बहुत सुंदर भाव । 
जीवन के कई कदम ,कई राह , कई पड़ाव और कई नही अनेकोँ मित्र ! 
कुछ अच्छे , कुछ सच्चे , कुछ बहुत ही विशेष ! 
बचपन मेँ कुछ मिले और बिछुड़ गये जिनके बस नाम और धुँधली यादोँ मेँ कुट्टा-अब्बा सहित साथ बिताये पल हैँ पास ।
कुछ संजो गये अतीत मे सुनहरी यादेँ जो हैँ आज भी साथ ।
वर्तमान मेँ बहुत सारे मित्र आभासी संसार से लेकर वास्तविकता तक यहीँ हैँ आस-पास  
समय चक्र घूमते हुये अपने अनुसार परिभाषित कर देता है नये कलेवर , नये रंग-रुप मेँ लेकिन मूल भाव तो वही है - 
मित्रता का , दोस्ती का अपनत्व का  
सभी मित्रोँ को शुभकामनायेँ

4 comments:

  1. बचपन के तो सभी मित्र याद हैं पर चेहरे भूल गयी हूँ सखी .......अगर वो सब सामने भी आ जाएं तो पहचान न पाऊंगी मै ....वो लंगड़ी, कबड्डी, ओल्हापाती .............क्या दिन थे वो भी ...........

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    1. सच कहा आपने .बहुत प्यारी धुंधली यादें है .........

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  2. मित्रता दिवस की ढेरों शुभकामनाएँ सखी .....आप सब सखियों से ही गुलजार है मन

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    1. शुक्रिया सखी मन की व्यथा समझने के लिए ....................हम सब साथ -साथ हैं ................:)

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