Monday, 10 March 2014

------# इतिहास में भारतीय लोकतंत्र (२४-०२-१९५७ से ०९-०६-१९५७ )

एक प्रयास --------

१-दूसरी लोकसभा में भी नेहरूजी को बहुमत मिला और फिर सत्ता पर काबिज़ हो गए

२- फ़िरोज़ गांधी भी दूसरी बार राय बरेली से जीते ......
.........फिरोज गांधी को आदर्शवादी राजनीतिज्ञ माना जाता था. .
उनके विचार नेहरू जी से नहीं मिलते थे इसलिए कई मौको पर नेहरू सरकार की निंदा भी की.
आजादी के बाद बहुत से 
व्यावसायिक घरानों और नेताओं की गलत क्रियाकलापों को सामने लाने का साहस फ़िरोज़ गांधी ने ही किया
1956 में फिरोज गांधी ने तब देश के सबसे अमीर लोगों में एक रामकिशन डालमिया का घपला उजागर किया जो सरकार के बहुत करीब थे. डालमिया को दो साल की जेल हुई. 
1958 में फिरोज गांधी ने देश के सबसे बड़े पहले वित्तीय घोटाले 'हरिदास मूंदड़ा घोटाला' उजागर किया 
जिसके बाद नेहरू सरकार की साफ़ -सुथरी छवि धूमिल हुई और दोनों के सम्बन्ध भी बिगड़ गए ...........

३- २-एक अटल व्यक्तित्व 'अटल जी' भी पहली बार जनसंघ से संसद में पहुंचे

1 comment:

  1. इन ऐतिहासिक तथ्यों की जानकारी के लिये धन्यवाद।

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