एक प्रयास ---------
चलो कोई तो याद आया !! कुछ संस्कार हैं शायद उनकी किस्मत में .......!!!
अनाम देश भक्तों को देश की भाव-भीनी श्रधान्जली.........
अंग्रेजों के खिलाफ 1857 की लड़ाई में पंजाब में शहीद हुए
250 से ज्यादा सैनिकों का पूरे सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया जाएगा।
इतिहासकार सुरिंदर कोछड़ ने काफी मेहनत के बाद एक कुएं को खोज निकाला
जो अंग्रेजों के बर्बर चेहरे को दिखलाता है।
पंजाब के अजनाला में इस कुएं की 157 साल बाद खुदाई हो रही है।
मकसद है 282 शहीदों के अवशेष तलाशना।
1857 की लड़ाई में अंग्रेजों ने 237 सैनिकों को गोली मारकर
जबकि 45 सैनिकों को जिंदा ही इस कुएं में दफना दिया था।
कुछ सालों बाद इस जगह पर गुरुद्वारा बनाया गया,
लेकिन ये मामला सामने आने के बाद एक साल में पहले यहां दूसरा गुरुद्वारा तैयार किया गया,
फिर पुराने गुरुद्वारे को हटाया गया।
और अब सरकार ने तय किया है कि भारत के पहले स्वतंत्रता संग्राम के सैनिकों को पूरा सम्मान दिया जाएगा,
साथ ही उनकी अस्थियों को प्रवाहित भी किया जाएगा।
अनाम देश भक्तों को देश की भाव-भीनी श्रधान्जली.........
अनाम देश भक्तों को देश की भाव-भीनी श्रधान्जली.........
अंग्रेजों के खिलाफ 1857 की लड़ाई में पंजाब में शहीद हुए
250 से ज्यादा सैनिकों का पूरे सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया जाएगा।
इतिहासकार सुरिंदर कोछड़ ने काफी मेहनत के बाद एक कुएं को खोज निकाला
जो अंग्रेजों के बर्बर चेहरे को दिखलाता है।
पंजाब के अजनाला में इस कुएं की 157 साल बाद खुदाई हो रही है।
मकसद है 282 शहीदों के अवशेष तलाशना।
1857 की लड़ाई में अंग्रेजों ने 237 सैनिकों को गोली मारकर
जबकि 45 सैनिकों को जिंदा ही इस कुएं में दफना दिया था।
कुछ सालों बाद इस जगह पर गुरुद्वारा बनाया गया,
लेकिन ये मामला सामने आने के बाद एक साल में पहले यहां दूसरा गुरुद्वारा तैयार किया गया,
फिर पुराने गुरुद्वारे को हटाया गया।
और अब सरकार ने तय किया है कि भारत के पहले स्वतंत्रता संग्राम के सैनिकों को पूरा सम्मान दिया जाएगा,
साथ ही उनकी अस्थियों को प्रवाहित भी किया जाएगा।
अनाम देश भक्तों को देश की भाव-भीनी श्रधान्जली.........
बहुत सुन्दर प्रस्तुति...!
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आपकी इस प्रविष्टि् की चर्चा कल रविवार (02-03-2014) को "पौधे से सीखो" (चर्चा मंच-1539) पर भी होगी!
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सूचना देने का उद्देश्य है कि यदि किसी रचनाकार की प्रविष्टि का लिंक किसी स्थान पर लगाया जाये तो उसकी सूचना देना व्यवस्थापक का नैतिक कर्तव्य होता है।
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हार्दिक शुभकामनाओं के साथ।
सादर...!
डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'
शहीदों को नमन
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