Wednesday, 19 June 2013

जिसने द्वितीय विश्वयुद्ध में तबाही मचाई बुधवार, 12 जून, 2013

एक प्रयास ---------
  • द्वितीय विश्वयुद्ध में इस्तेमाल जर्मन बमबर्षक विमान ड्रोनियर डीओ-17 के अवशेष को इंग्लिश चैनल से बाहर निकाला गया. इंग्लिश चैनल के केंट कोस्ट में इस विमान का अवशेष 70 सालों से पड़ा हुआ था.
  • विशेषज्ञों के मुताबिक ये विमान ड्रोनियर डीओ-17 बमबर्षक विमानों की सीरीज़ का बचा हुआ इकलौता विमान है. इस विमान का एक पंख नष्ट हो चुका है. इसे क्रेन के सहारे बाहर निकाला गया है.
  • विमान के मलबे का काफी कुछ हिस्सा गायब है. इस विमान को 26 अगस्त 1940 को निशाना बनाया गया था. चालक दल के चार सदस्यों में दो की मौत हो गई थी, जबकि पायलट सहित दो लोगों को युद्ध बंदी बनाया गया था.
  • इस विमान के मलबे को पहली बार गोताखोरों ने 2008 में तलाशा. इसके बाद नेशनल हेरिटेज़ मेमोरियल फंड (एनएचएमएफ) ने तीन लाख 45 हज़ार पाउंड का अनुदान देकर आरएएफ म्यूज़ियम को इस मलबे को बाहर निकालने का काम सौंपा. हालांकि ख़राब मौसम के चलते कई सप्ताह तक ये काम अटका रहा.
  • ड्रोनियर के प्रोपलर बताते हैं कि हादसे के दौरान विमान को कितना नुकसान पहुंचा होगा. दुर्घटनाग्रस्त विमान का प्रोपलर तस्वीर में दिख रहा है.
  • बताया जा रहा है कि विमान के मलबे को एक नाव के द्वारा आने वाले मंगलवार को रामसगेट बंदरगाह पर ले जाया जाएगा. मलबे को जंग लगने से बचाने के लिए साइट्रिक एसिड और सोडियम हाइड्रॉक्साइड के मिश्रण का छिड़काव करेंगे. इसके बाद इस विमान को उत्तरी लंदन स्थित आरएएफ म्यूज़ियम में प्रदर्शन के लायक बनाया जाएगा.

2 comments:

  1. बहुत सुन्दर प्रस्तुति...!
    आपको सूचित करते हुए हर्ष हो रहा है कि आपकी इस प्रविष्टि की चर्चा आज बृहसपति (20-06-2013) को बारिश का कहर ( चर्चा - 1281 ) में "मयंक का कोना" पर भी है!
    सादर...!
    डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'

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  2. सादर आभार मयंक जी

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