Wednesday, 22 January 2014

आजादी के आंदोलन में नेताजी सुभाष चन्द्र बोस का योगदान

एक प्रयास ---------
1947 में में जब भारत से अंग्रेज चले गए थे उस समय ब्रिटेन का प्रधानमंत्री था एटली 
1956में जब भारत में पश्चिम बंगाल में घूमने के लिए आया तो उस समय बंगाल में हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस पी . वी चक्रवर्ती वहां के कार्यवाहक राज्यपाल थे | 
उनके यहाँ वो जब ठहरा तो चक्रवर्ती जी ने एटली से पूछा कि 1947 में आपने भारत को आजाद क्यों किया ? 
1942 में जब आपने महात्मा गाँधी जी के आंदोलन को कुचल दिया था | 
1945 में विश्व युद्ध में आपने जीत दर्ज कर ली थी और आपके पास परमाणु बम जैसे हथियार थे ..फिर भी आपने आजादी क्यों दी ?  
तो एटली ने कहा कि भारत के आजाद करने के वैसे तो कई कारण थे लेकिन उसमे सबसे बड़ा कारण था नेताजी सुभाष चन्द्र बोस |
 चक्रवर्ती जी ने पूछा कि सुभाष चन्द्र बोस को तो आपने 1933 में ही देश निकाला दे दिया था और वो तो 1941 में देश छोडकर चले गए थे | फिर ..???
तो नेताजी इसका कारण कैसे हुए ? 
 एटली ने जबाब दिया कि हम भारत के उपर राज भारतीय सैनिकों के कारन कर रहे थे  | भारतीय सैनिक ब्रिटिश राजमुकुट में श्रद्धा रखते थे और हमारे आदेशानुसार चलते थे | 
नेताजी ने जब आजाद हिंद फौज बनाई तो उन भारतीय सैनिकों की श्रद्धा ब्रिटेन के राजमुकुट में नहीं रही | 
यह एक बड़ा कारण है | 
जैसे ही आजाद हिंद सेना ने भारत के रास्ते ,बर्मा के रास्ते ,मणिपुर .मेघालय के रास्ते आक्रमण किया और नेताजी ने  दिल्ली चलो का नारा दिया उस समय भारत के अंदर जितने सैनिक थे उन्होंने अंग्रेजो के खिलाफ विद्रोह कर दिया | 
नेताजी ने हमारी रीढ़ तोड़ दी |
और उसके बाद पूरा भारत ज्वालामुखी की विस्फोटक हो गया  |
तो हमें लगा कि अब हमें भारत छोडकर चले जाना चाहिय |................

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