Thursday, 2 May 2013

मेरे खिलाड़ी

क प्रयास ---------
जब से मम्मी -पिताजी नहीं रहे घर पर ताला जड़ गया है 
कभी -कभी जाते हैं तो घर जीवंत हो आता है , हमारी मधुर स्मृतियाँ जाग्रत हो जाती हैं | 
इस बार २६ जनवरी २०१२ को पिताजी की २४ वी पुन्य तिथि के अवसर पर घर का ताला खोला तो घर झूम उठा सब मिले तो जिसे धमाल मचा दिया 
कैसे और किस से खेलना है ???????? कोई मायने नहीं रखता बस लगे खेलने कुछ इस अंदाज़ में ------
                                         'हम भी धोनी और उसके टीम से कम नहीं' ....-
















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